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REET 2024 Level 2 Syllabus: सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की पूरी जानकारी

REET 2024 Level 2 Syllabus 

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) प्रत्येक वर्ष राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) का आयोजन करता है, जो राज्य सरकार के विद्यालयों में शिक्षक पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करने का महत्वपूर्ण माध्यम है। यह परीक्षा दो स्तरों में आयोजित की जाती है: स्तर 1 और स्तर 2। स्तर 1 परीक्षा कक्षा 1 से 5 तक के प्राथमिक विद्यालयों के लिए होती है, जबकि स्तर 2 परीक्षा कक्षा 6 से 8 तक के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए होती है।

REET 2024 के लिए तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को परीक्षा के नए सिलेबस और पैटर्न के अनुसार अपनी रणनीति तैयार करनी चाहिए। सिलेबस को ठीक से समझना और उसके आधार पर तैयारी करना उम्मीदवारों के लिए सफलता की कुंजी साबित हो सकता है। इस लेख में हम REET 2024 के सिलेबस का विस्तार से विवरण प्रस्तुत कर रहे हैं, जो उम्मीदवारों को परीक्षा की संरचना और आवश्यक विषयों को जानने में मदद करेगा। 

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) द्वारा आयोजित REET परीक्षा, कक्षा 6 से 8 के लिए शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम REET 2024 Level 1 सिलेबस के प्रत्येक विषय का विस्तृत विवरण देंगे।यह सिलेबस हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है, ताकि सभी उम्मीदवार अपनी तैयारी को और भी सशक्त बना सकें।

REET 2024 Level 2 Syllabus and Exam Pattern:

REET Level 2 (कक्षा 6 से 8):

Exam SubjectQuestionsMarks
Child Development and Pedagogy3030
Language – 1 (Hindi, English, Sanskrit, Gujarati, Urdu, Sindhi, Punjabi)3030
Language – 2 (Hindi, English, Sanskrit, Gujarati, Urdu, Sindhi, Punjabi)3030
For Mathematics and Science Teachers: (a) Mathematics and Science Subject OR For Social Studies Teachers: (b) Social Studies Subject OR For Teachers of Other Subjects: Choose either (a) or (b)6060
Total Questions/Total Marks150150

REET 2024 Level 1 Syllabus:

1. बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र (Child Development and Pedagogy):

1. बाल विकास

  • वृद्धि एवं विकास की संकल्पना: बालकों के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास।
  • विकास के विभिन्न आयाम: शारीरिक, संज्ञानात्मक, भावनात्मक और सामाजिक आयाम।
  • विकास को प्रभावित करने वाले तत्त्व:
    • परिवार और विद्यालय का प्रभाव: बच्चे के विकास में अहम भूमिका।
    • वंशानुक्रम और वातावरण: आनुवंशिक गुण और परिवेश के कारक।

2. व्यक्तिगत विभिन्नताएँ

  • अर्थ एवं प्रकार: बच्चों में रुचियों, क्षमताओं और व्यवहार में अंतर।
  • कारक:
    • सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि।
    • सांस्कृतिक और पर्यावरणीय प्रभाव।
  • व्यक्तित्व:
    • संकल्पना और प्रकार: अंतर्मुखी और बहिर्मुखी।
    • मापन: व्यक्तित्व परीक्षण।
  • बुद्धि:
    • सिद्धांत:
      • स्पीयरमैन का द्वि-कारक सिद्धांत।
      • गार्डनर का बहु-बुद्धि सिद्धांत।
    • मापन: बुद्धि परीक्षण (IQ)।

3. विविध अधिगमकर्ता

  • समूह:
    • पिछड़े हुए और मानसिक रूप से पिछड़े बच्चे।
    • प्रतिभाशाली और सृजनशील बच्चे।
    • वंचित, अलाभान्वित और विशेष आवश्यकता वाले बच्चे।
  • अधिगम अक्षमता:
    • पढ़ने, लिखने और गणना करने में समस्याएँ।

4. अधिगम

  • अर्थ एवं संकल्पना: ज्ञान, कौशल और व्यवहार में बदलाव।
  • प्रभावित करने वाले तत्त्व:
    • प्रेरणा।
    • रुचि।
    • ध्यान और स्मृति।
  • अधिगम के सिद्धांत:
    • व्यवहारवाद: थॉर्नडाइक, स्किनर।
    • गैस्टाल्टवाद: संपूर्ण दृष्टिकोण।
    • बांदुरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत
    • प्याजे का संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत

5. अधिगम में कठिनाइयाँ और समाधान

  • समायोजन की संकल्पना:
    • बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य के लिए अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण।
  • अध्यापक की भूमिका:
    • बच्चों का मार्गदर्शन और सहयोग।

6. शिक्षण-अधिगम प्रक्रियाएँ

  • बच्चे कैसे सीखते हैं:
    • चिंतन, कल्पना और तर्क का विकास।
    • प्रेरणा का प्रभाव।
  • व्यूह रचनाएँ और विधियाँ:
    • सक्रिय अधिगम।
    • बाल-केंद्रित शिक्षण।
  • राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 (NCF-2005):
    • शिक्षण में बाल केंद्रित दृष्टिकोण।

7. मूल्यांकन और मापन

  • अर्थ एवं उद्देश्य:
    • बच्चों के ज्ञान और कौशल का मापन।
  • समग्र और सतत् मूल्यांकन (CCE):
    • शैक्षिक और सह-शैक्षिक गतिविधियों का आकलन।
  • उपलब्धि परीक्षण:
    • बच्चों की प्रगति का मूल्यांकन।
  • सीखने के प्रतिफल:
    • व्यावहारिक कौशल और संज्ञानात्मक विकास।

8. शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 (RTE)

  • अध्यापक की भूमिका और दायित्व:
    • समान शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करना।
    • समावेशी कक्षाओं का निर्माण।

2. हिंदी(Hindi):

1. अपठित गद्यांश पर आधारित व्याकरण संबंधी प्रश्न

  • शब्द ज्ञान:
    • तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी शब्द।
    • पर्यायवाची और विलोम शब्द।
    • एकार्थी शब्द।
    • उपसर्ग और प्रत्यय।
  • संधि और समास
  • संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, विशेष्य, अव्यय
  • वाक्यांश के लिए एक शब्द।
  • शब्द शुद्धि।

2. अपठित गद्यांश पर आधारित अन्य प्रश्न

  • रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना।
  • वचन, काल और लिंग ज्ञात करना।
  • दिए गए शब्दों का वचन, काल और लिंग बदलना।
  • राजस्थानी शब्दों के हिंदी रूप।

3. वाक्य रचना और भाषा ज्ञान

  • वाक्य के अंग और वाक्य के प्रकार।
  • पदबंध।
  • मुहावरे और लोकोक्तियाँ।
  • विराम चिन्ह।

4. भाषा शिक्षण विधियां और उपागम

  • भाषा शिक्षण की विधियां।
  • भाषा शिक्षण के उपागम।
  • भाषा दक्षता का विकास।

5. भाषायी कौशलों का विकास

  • सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने की दक्षता का विकास।
  • हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ।
  • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया।

6. शिक्षण सामग्री और संसाधन

  • पाठ्यपुस्तक।
  • बहु-माध्यम।
  • शिक्षण के अन्य संसाधन।

7. भाषा शिक्षण में मूल्यांकन और सुधारात्मक शिक्षण

  • उपलब्धि परीक्षण का निर्माण।
  • समग्र और सतत् मूल्यांकन।
  • उपचारात्मक शिक्षण।

3. English:

1. Unseen Prose Passage

  • Reading comprehension based on unseen prose passages.

2. Vocabulary

  • Synonyms.
  • Antonyms.
  • Spellings.
  • Word formation.
  • One-word substitution.

3. Grammar

  • Parts of Speech.
  • Tenses.
  • Determiners.
  • Degrees of Comparison.
  • Framing Questions, including Wh-questions.
  • Active and Passive Voice.
  • Narration (Direct and Indirect Speech).

4. Phonetics

  • Knowledge of English sounds.
  • Phonetic symbols.

5. Pedagogy of English Language

  • Principles of Teaching English.
  • Methods and Approaches to English Language Teaching.

6. Development of Language Skills

  • Techniques for teaching listening, speaking, reading, and writing skills.

7. Teaching-Learning Materials

  • Use of textbooks.
  • Multi-media materials.
  • Other resources for effective teaching.

8. Evaluation and Assessment

  • Continuous and Comprehensive Evaluation (CCE).
  • Assessment and evaluation methods in language teaching.

4. Math(गणित):

1. घातांक (Exponents)

  • समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा और भाग।
  • घातांक के नियम।

2. बीजगणित (Algebra)

  • बीजीय व्यंजक:
    • बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुणा और भाग।
    • सर्वसमिकाएं।
  • गुणनखंड:
    • सरल बीजीय व्यंजकों का गुणनखंड।
  • समीकरण:
    • सरल एकघातीय समीकरण।

3. वर्ग और वर्गमूल

  • वर्ग और वर्गमूल।
  • घन और घनमूल।

4. ब्याज (Interest)

  • सरल ब्याज।
  • चक्रवृद्धि ब्याज।
  • लाभ और हानि।

5. अनुपात और समानुपात (Ratio and Proportion)

  • समानुपाती भागों में विभाजन।

6. प्रतिशतता और जनसांख्यिकी (Percentage and Demographics)

  • प्रतिशतता।
  • जन्म और मृत्यु दर।
  • जनसंख्या वृद्धि और हास।

7. रेखा और कोण (Line and Angles)

  • रेखाखंड।
  • सरल और वक्र रेखाएं।
  • कोणों के प्रकार।

8. समतलीय आकृतियाँ (Plane Figures)

  • त्रिभुज और त्रिभुजों की सर्वांगसमता।
  • चतुर्भुज और वृत्त।
  • बहुभुज।

9. क्षेत्रफल और परिमाप (Area and Perimeter)

  • त्रिभुज।
  • आयत।
  • समान्तर चतुर्भुज।
  • समलम्ब चतुर्भुज।

10. पृष्ठीय क्षेत्रफल और आयतन (Surface Area and Volume)

  • घन।
  • घनाभ।
  • लम्बवृतीय बेलन।

11. सांख्यिकी (Statistics)

  • आंकड़ों का संग्रह और वर्गीकरण।
  • बारम्बारता वितरण सारणी।
  • मिलान चिह्न।
  • स्तंभ (बार) लेखाचित्र।
  • आयत लेखाचित्र।
  • वृत्तीय ग्राफ (पाई चार्ट)।
  • लेखाचित्र (ग्राफ) के विभिन्न प्रकार।

12. प्रायिकता (Probability)

13. गणित शिक्षण के शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे

  • गणित की प्रकृति और तर्क शक्ति
  • पाठ्यक्रम में गणित का महत्व।
  • गणित की भाषा।
  • सामुदायिक गणित।
  • मूल्यांकन।
  • उपचारात्मक शिक्षण।
  • शिक्षण की समस्याएं।

B. विज्ञान(Science):

1. सजीव एवं निर्जीव

  • परिचय, अंतर और लक्षण।
  • सूक्ष्मजीव: जीवाणु, वायरस, कवक (लाभकारी एवं अलाभकारी)।
  • पादपों के प्रकार और उनके विभिन्न भाग।
  • पादपों में पोषण, श्वसन और उत्सर्जन।
  • पादप और जंतु कोशिका: संरचना और कार्य।
  • कोशिका विभाजन।

2. मानव शरीर और स्वास्थ्य

  • सूक्ष्मजीवों से फैलने वाले रोग:
    • क्षय रोग, खसरा, डिप्थीरिया, हैजा, टाइफाइड।
    • इनसे बचाव के उपाय।
  • मानव शरीर के विभिन्न तंत्र
  • संक्रामक रोग: फैलने के कारण और बचाव।
  • भोजन के मुख्य अवयव और इनकी कमी से होने वाले रोग।
  • संतुलित भोजन।

3. जन्तु प्रजनन और किशोरावस्था

  • जनन की विधियाँ: लैंगिक और अलैंगिक।
  • किशोरावस्था और यौवनारंभ:
    • शारीरिक परिवर्तन।
    • जनन में हार्मोन की भूमिका।
    • जननात्मक स्वास्थ्य।

4. बल और गति

  • बल के प्रकार:
    • पेशीय बल, घर्षण बल, गुरुत्व बल, चुंबकीय बल, स्थिर वैद्युत बल।
  • गति के प्रकार:
    • रेखीय गति, वृत्ताकार गति, कम्पन गति, आवर्त गति, घूर्णन गति।

5. कार्य और ऊर्जा

  • ऊर्जा के पारंपरिक और वैकल्पिक स्रोत।
  • ऊर्जा संरक्षण।
  • दाब: वायुमंडलीय दाब, उत्प्लावन बल।

6. ताप और ऊष्मा

  • ताप और ऊष्मा का अभिप्राय।
  • तापमापी।
  • ऊष्मा संचरण।

7. प्रकाश और ध्वनि

  • प्रकाश:
    • प्रकाश के स्रोत।
    • परावर्तन और अपवर्तन।
    • गोलीय और समतल दर्पण में प्रतिबिंब बनना।
    • लेंस और लेंस से प्रतिबिंब का निर्माण।
  • ध्वनि:
    • ध्वनि संचरण।
    • ध्वनि के गुण।
    • ध्वनि प्रदूषण।

8. विद्युत और चुम्बकत्व

  • विद्युत धारा और विद्युत परिपथ।
  • विद्युत धारा के ऊष्मीय, चुंबकीय और रासायनिक प्रभाव।
  • चुंबक और चुम्बकत्व।

9. विज्ञान और प्रौद्योगिकी

  • दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व
  • संश्लेषिक रेशे और प्लास्टिक:
    • गुणधर्म और प्रकार।
    • डिटर्जेंट, सीमेंट आदि।
  • चिकित्सा में विज्ञान:
    • एक्स-रे, सीटी स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउंड, लेजर।
  • दूरसंचार:
    • फैक्स, इंटरनेट, ईमेल, वेबसाइट।

10. सौर मंडल

  • चंद्रमा और तारे।
  • सौर परिवार: सूर्य, ग्रह, धूमकेतु।
  • तारा मंडल।

11. पदार्थ की संरचना

  • परमाणु और अणु।
  • तत्व, यौगिक और मिश्रण।
  • मिश्रण के अवयवों का पृथक्करण।
  • तत्वों के प्रतीक, रासायनिक सूत्र और समीकरण।
  • भौतिक और रासायनिक परिवर्तन।

12. रासायनिक पदार्थ

  • ऑक्साइड।
  • हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन।
  • हाइड्रोकार्बन।
  • अम्ल, क्षार और लवण।
  • ऑक्सीजन और नाइट्रोजन गैस।
  • नाइट्रोजन चक्र।
  • कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस।

13. पर्यावरण और संसाधन

  • प्राकृतिक संसाधन।
  • पर्यावरण, प्रदूषण और नियंत्रण।
  • जैव विविधता और अनुकूलन।
  • कचरा प्रबंधन।

14. कृषि प्रबंधन

  • कृषि पद्धतियाँ।
  • राजस्थान में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें।

15. विज्ञान का शिक्षण और मूल्यांकन

  • विज्ञान को समझना।
  • विज्ञान की शिक्षण विधियाँ।
  • नवाचार।
  • सहायक सामग्री और पाठ्य सामग्री।
  • समस्याएँ और उपचारात्मक शिक्षण।

5. सामाजिक अध्ययन (Social Studies):

1. भारतीय सभ्यता, संस्कृति एवं समाज

  • सिन्धु घाटी सभ्यता: नगर योजना, व्यापार, धर्म और समाज।
  • वैदिक संस्कृति: सामाजिक और धार्मिक जीवन।
  • जैन धर्म और बौद्ध धर्म: सिद्धांत, विस्तार और योगदान।
  • महाजनपदकाल: राजनीति और अर्थव्यवस्था।
  • मौर्य और गुप्त साम्राज्य:
    • प्रशासन और राजनीतिक इतिहास।
    • सांस्कृतिक उपलब्धियाँ।
  • गुप्तोत्तर काल: भारत और बाहरी विश्व का सांस्कृतिक संबंध।

2. मध्यकाल और आधुनिक काल

  • भक्ति और सूफी आंदोलन: प्रमुख संत और उनकी शिक्षाएँ।
  • मुगल-राजपूत संबंध: विवाह और गठबंधन।
  • मुगल प्रशासन: शासन की विशेषताएँ।
  • ब्रिटिश नीति: भारतीय राज्यों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव।
  • 1857 की क्रांति: कारण और प्रभाव।
  • सामाजिक सुधार आंदोलन: पुनर्जागरण और जागरूकता।
  • भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (1919-1947):
    • असहयोग आंदोलन।
    • सविनय अवज्ञा और भारत छोड़ो आंदोलन।

3. भारतीय संविधान और लोकतंत्र

  • भारतीय संविधान:
    • निर्माण, विशेषताएँ और उद्देशिका।
    • मूल अधिकार और कर्तव्य।
  • लोकतंत्र और निर्वाचन प्रक्रिया:
    • मतदाता जागरूकता।
  • सरकार का गठन और कार्य:
    • संसद, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद।
    • उच्चतम न्यायालय और पंचायती राज।
    • राजस्थान के जिला प्रशासन और न्याय व्यवस्था।

4. पृथ्वी और पर्यावरण

  • भौगोलिक अवधारणाएँ: अक्षांश, देशान्तर, पृथ्वी की गतियाँ।
  • जलवायु और पर्यावरण:
    • वायुदाब, चक्रवात।
    • जैव मंडल और पर्यावरणीय समस्याएँ।
  • सूर्य और चंद्र ग्रहण।

5. भारत का भूगोल और संसाधन

  • भू-आकृति और जलवायु।
  • कृषि फसलें, खनिज, वनस्पति और वन्य जीवन।
  • परिवहन और मानव संसाधन।
  • विकास के आर्थिक और सामाजिक कार्यक्रम।

6. राजस्थान का भूगोल और संसाधन

  • भौतिक प्रदेश और अपवाह प्रणाली।
  • जल-संरक्षण और संग्रहण।
  • प्रमुख नहरें और नदी घाटी परियोजनाएँ।
  • उद्योग, पर्यटन और जनसंख्या।

7. राजस्थान का इतिहास

  • प्राचीन सभ्यताएँ और जनपद।
  • प्रमुख राजवंशों का इतिहास।
  • 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान।
  • जनजातीय और किसान आंदोलन।
  • राजस्थान का एकीकरण।

8. राजस्थान की कला और संस्कृति

  • राजस्थान की विरासत: दुर्ग, महल और स्मारक।
  • मेले और त्योहार।
  • लोक नृत्य, लोक संगीत और नाट्य।
  • हस्तकला और स्थापत्य कला।
  • भाषा और साहित्य।

9. बीमा और बैंकिंग प्रणाली

  • बीमा और बैंक के प्रकार।
  • भारतीय रिजर्व बैंक के कार्य।
  • सहकारिता और उपभोक्ता जागरूकता।

10. शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-I

  • सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन की प्रकृति।
  • कक्षा-कक्ष की प्रक्रियाएँ।
  • अध्यापन की समस्याएँ।
  • समालोचनात्मक चिंतन का विकास।

11. शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-II

  • पृच्छा/आनुभाविक साक्ष्य।
  • शिक्षण अधिगम सामग्री।
  • सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी।
  • मूल्यांकन और सीखने के प्रतिफल।

REET 2024 की तैयारी कैसे करें?

  1. सिलेबस का पूरा अध्ययन करें और विषयों के अनुसार तैयारी शुरू करें।
  2. समय प्रबंधन पर ध्यान दें और हर विषय के लिए समय निर्धारित करें।
  3. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें और मॉक टेस्ट दें।
  4. शिक्षण विधियों की गहरी समझ बनाएं, क्योंकि यह परीक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

Sourabh

सौरभ शुक्ला एक अनुभवी लेखक हैं, जिन्हें शिक्षा से जुड़े विषयों पर लेखन में 3 वर्षों का अनुभव है। वह CareerSafar.com के वरिष्ठ लेखक हैं, जहां वह प्रतियोगी परीक्षाओं, सरकारी नौकरियों, करियर गाइडेंस और शिक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर शोधपूर्ण और जानकारीपूर्ण लेख प्रस्तुत करते हैं। सौरभ की लेखन… More »

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